दस साल बाद गणतंत्र दिवस परेड में होगी चंडीगढ़ की वापसी !
- By Vinod --
- Friday, 13 Dec, 2024
Chandigarh will return to the Republic Day Parade after ten years!
Chandigarh will return to the Republic Day Parade after ten years!- चंडीगढ़ (साजन शर्मा)I चंडीगढ़ प्रशासन दस वर्ष के लंबे अंतराल के बाद एक बार फिर वर्ष 2025 में दिल्ली के कर्तव्य पथ पर होने जा रही गणतंत्र दिवस परेड में स्थान हासिल करने की उम्मीद कर रहा है। चंडीगढ़ की संभावनाओं को बढ़ावा देने के लिए प्रशासन ने शहर की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और तेजी से विकास को प्रदर्शित करने के लिए स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास थीम को चुना है।
दिसंबर 2023 में यूटी प्रशासन ने केंद्र सरकार को सूचित किया था कि वह 2024 की परेड में भाग नहीं लेगा, लेकिन 2025 की परेड के लिए नए विषयों और नए थीम के साथ वापस आएगा। चंडीगढ़ की झांकी को आखिरी बार 2014 की परेड में प्रदर्शित किया गया था, जिसका विषय नेकचंद के प्रसिद्ध रॉक गार्डन पर केंद्रित था, जिसे 13 साल के अंतराल के बाद चुना गया था। हालांकि, तब से यूटी को इस प्रतिष्ठित आयोजन के लिए अर्हता प्राप्त करने के लिए संघर्ष करना पड़ा है। इस वर्ष, सफलता सुनिश्चित करने के लिए, प्रशासन ने झांकी के डिजाइन और निर्माण के लिए एक निजी कंपनी के साथ साझेदारी करने का निर्णय लिया है, जो एक निविदा प्रक्रिया के माध्यम से प्रस्ताव आमंत्रित कर रही है, जो पहले ही जारी की जा चुकी है। दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड में राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और विभिन्न सरकारी विभागों की झाँकियाँ शामिल होती हैं, जिनमें से प्रत्येक में अद्वितीय विषयों को दर्शाया जाता है। केंद्रीय रक्षा मंत्रालय चयन प्रक्रिया की देखरेख करता है, जिसमें छह क्वालीफाइंग राउंड शामिल होते हैं।
यूटी प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि झांकी के लिए अंतिम थीम पहले ही मंजूरी के लिए कें द्र सरकार को सौंपा जा चुका है। मंजूरी मिलते ही चयनित कंपनी इसका निर्माण कार्य कराएगी। उन्होंने कहा कि इस वर्ष की थीम चंडीगढ़ की समृद्ध विरासत और आधुनिक विकास को उजागर करने पर केंद्रित है। इसमें शहर की अनूठी वास्तुकला, रॉक गार्डन, साइक्लिंग ट्रैक और पब्लिक बाइक शेयरिंग सिस्टम जैसे प्रमुख तत्वों को शामिल किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, झांकी सौर ऊर्जा अपनाने में चंडीगढ़ की प्रगति पर जोर देगी। अधिकारी ने बताया कि सिटी ब्यूटीफुल के नाम से मशहूर चंडीगढ़ की कल्पना एक आधुनिक और प्रगतिशील शहर के रूप में की गई थी जो अपने निवासियों को एक सम्मानजनक जीवन शैली प्रदान करता है। इसका सुनियोजित ले-आउट और सौंदर्यपूर्ण आकर्षण वैश्विक पर्यटकों को आकर्षित करता रहता है। झांकी का उद्देश्य शहर की विरासत और विकास का सामंजस्यपूर्ण मिश्रण प्रस्तुत करना है।
अतीत में मुश्किलों से जूझा चंडीगढ़
2015: रक्षा मंत्रालय ने ली- कार्बुजि़ए और रोज़ फेस्टिवल के कार्यों पर प्रस्तावित विषयों को खारिज कर दिया
2017: अंतर्राष्ट्रीय गुडिय़ा संग्रहालय की एक झांकी सभी राउंड से गुजर गई, लेकिन अंतिम परेड में स्थान सुरक्षित करने में विफल रही
2018: कैपिटल कांप्लेक्स, रोज़ गार्डन और सुखना झील पर आधारित थीम प्रस्तुत की गईं लेकिन स्वीकृत नहीं हुई
2021: प्रशासन ने मॉडल जेल, सुखना झील और चंडीगढ़ के उद्यानों पर थीम प्रस्तावित की। मंत्रालय ने वर्ल्ड हेरिटेज कैपिटल कांप्लेक्स पर ध्यान केंद्रित करने का सुझाव दिया, जो अंतत: योग्य नहीं रहा।